Stories In Hindi Comedy:- Here I’m sharing with you the top 10 Stories In Hindi Comedy which is really amazing and awesome these Stories In Hindi Comedy will teach you lots of things and gives you an awesome experience. You can share with your friends and family and these Stories In Hindi Comedy will be very useful for your children or younger siblings.
Stories In Hindi Comedy हिंदी में
चीकू खरगोश Best Stories In Hindi Comedy
एक समय एक जंगल में चीकू नाम का एक प्यारा खरगोश रहता था। उसके सभी मित्र आकार में उस से बहुत बड़े थे। छोटे आकार का होने के कारण वह उनके साथ खेल नहीं पाता था,
इसलिए वह उदास रहता था। एक दिन चीकू ने देखा एक छोटी लड़की अपने खिलौने के साथ खेल रही थी। उसने कहा-“मुझे भी खेलना है।”
लेकिन खिलौने ने कहा-“तुम्हें पहले एक खिलौना बनना पड़ेगा और उसके लिए तुम्हें खिलौनों के देश जाना होगा।” तब खरगोश खिलौनों के देश गया जहाँ सांता क्लॉज उसका इंतजार कर रहे थे।
उन्होंने उसे पीने के लिए जादुई पानी दिया, जिसे पीते ही चीकू एक खिलौना बन गया। जब क्रिसमस का त्यौहार आया, माता ने चीकू को सोफिया नामक लड़की का उपहार बना दिया।
सोफिया उसे देखकर बहुत खुश हुई। उसने चीकू को अपने खिलौनों में शामिल कर लिया। वह चीकू के साथ खूब खेलती थी। अब चीकू बड़ा नहीं होना चाहता था। वह जैसा था वैसा ही खुश था।
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पिंकी और परियों का देश New Comedy Stories In Hindi
पिंकी एक बहुत प्यारी बच्ची थी। उसे परियों की कहानियाँ सुनना बहुत अच्छा लगता था। वह परियों के देश जाना चाहती थी। वह अपनी माँ से कहती-
“मैं लम्बे बालों वाली रेपुन्जल से मिलना चाहता हूँ। सिंडरैला के काँच के जूते देखना चाहती हूँ।” एक दिन उसने अपनी माँ से पूछा-“क्या मैं परियों के देश जा सकती हूँ?”
उसकी माँ मुस्कराते है कहती-“है, मेरी बच्ची लेकिन केवल सपनों में ही तुम वहाँ जा सकती हो।” थोड़ी देर बाद पिंकी सो गई और परियों के सपने देखने लगी।
उसने स्नो व्हाइट को काँच के जूते पहने रेपुन्जल के साथ देखा। उसने स्लीपिंग ब्यूटी को सात बौनों के साथ देखा। इसके बाद उसने देखा पीटर-पैन थम्बलीना के माथे को चूमकर कह रहा था-
“उठो प्यारी बच्ची, तुम्हें देर हो गई है।” पिंकी को उसकी आवाज़ जानी-पहचानी सी लगी। वास्तव में यह आवाज़ उसकी माँ की थी,
जो उसे उठा रही थी। अचानक, पिंकी उठ गई और तब उसने जाना कि वह सब एक सपना था। वह खुश थी और यह सपना वह रोज़ देखना चाहती थी।
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नकुल और उसका पेड़ Amazing Stories In Hindi Comedy
नकुल एक बहुत अच्छा बच्चा था। वह जितना अच्छा खेलों में था, उतना ही अच्छा पढ़ाई में भी था। एक दिन वह अपने पिता से बोला-“पिताजी,
मैं इन छुट्टियों में जंगलों में जाकर, पेड़ पर बने एक लकड़ी के घर में रहना चाहता हूँ।” उसके पिता मुस्कराए और बोले-“बेटा, तुम्हारे बगीचे में ही तुम्हें अपना पेड़-घर मिल सकता है। मैं तुम्हारे लिए इसे बनाउँगा।”
अगले दिन रविवार था। पिताजी सुबह जल्दी उठ गए। उन्होंने अपना हथौड़ा, कीलें और चिमटा आदि औज़ार लिए और एक बड़ी-सी सीढ़ी की।
सीढ़ी की सहायता से वह पेड़ पर चढ़ गए और उन्होंने वहाँ एक छोटा लकड़ी का घर बनाना शुरु किया। तीन घंटे की लगातार मेहनत के बाद घर बनकर तैयार हुआ।
घर को देखते ही नकुल खुशी से उछल पड़ा। अब अपने मित्रों के साथ खेलने के लिए उसके पास एक – नई जगह बन गई थी।
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बेचारा लड़का और लेपरेचाऊन Latest Hindi Comedy Stories
एक बार की बात है, आयरलैंड में एक लेपरेचाऊन नाम की जाति रहती थी। ऐसा मानते है। कि उन्हें जादू आता था। एक दिन की बात है,
एक लेपरेचाऊन अण्डे चुरा रहा था और एक किसान के लड़के ने उसे देख लिया। लड़का गुस्से से उसे डाँटता हुआ बोला-“चोर! तुम्हें इन अंडों की कीमत चुकानी होगी।
मैं जानता हूँ। तुम लेपरेचाऊन लोगों के पास बहुत सोना होता है। तुम वह सोना इंद्रधनुष के सिरों में छुपाते हो।” लेपरेचाऊन ने कहा “तुम ठीक कह रहे हो
, लेकिन अभी तो इंद्रधनुष नहीं है। तुम मुझे ये अण्डे दे दो और जब इंद्रधनुष निकलेगा तो तुम उसके एक सिरे पर खड़े हो जाना और सोना ले लेना।”
लड़का मान गया। कुछ दिन बाद जब इंद्रधनुष निकला तो लड़के ने उसके एक सिरे पर खड़े होने की कोशिश की, लेकिन जितना वह उसके पास जाता वह उतना उससे दूर हो जाता।
बेचारा लड़का, नहीं समझ पाया कि कोई भी इंद्रधनुष के सिरों तक नहीं पहुंच सकता।
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चचेरे भाई Unique Stories In Hindi Comedy
बहुत पहले, एक कोच ड्राइवर था। उसका नाम टीटू था परंतु सब उसे पतलू बुलाते थे क्योंकि वह बहुत पतला था। वह अमीरों के लिए काम करता था,
इसलिए उसे उनकी रसोई से खाना मिलने लगा। कुछ सालों में उसका वज़न बढ़ गया। उसका चचेरा भाई समीर उससे बहुत दूर रहता था।
उसको बचपन में मोटू कहते थे क्योंकि वह बहुत मोटा था। वह एक अमीर आदमी बन गया था। वह टीटू से मिलने के लिए उसके शहर आया।
वह पतलू नाम से उसे शहर में ढूंढने लगा परंतु कोई पतलू को नहीं जानता था। एक दिन समीर ने टीटू को देखा तो उसको पहचान गया।
लेकिन टीटू ने उसको नहीं पहचाना। तब समीर ने कहा-“मैं तेरा भाई समीर हूँ।” टीटू उसे पहचान गया। कुछ समय शहर में रहने के बाद फिर वे दोनों अपने गाँव चले गए।
समय बीता, टीटू फिर से पतला हो गया और समीर फिर से मोटा हो गया। दोनों ने कहा-“हमें अपना-अपना भाई वापिस मिल गया।”
क्योंकि वह दोनों फिर से पहले जैसे बन गये थे। टीटू पतला हो गया था और समीर मोटा हो गया था।
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बकरी के अण्डे और रोहन के आलू Stories In Hindi Comedy For Kids
रोहन एक अमीर आदमी था। वह एक बेकर की दुकान के पास रहता था। बेकर बहुत चालाक था। एक दिन बेकर ने रोहन के भोलेपन का फायदा उठाने की सोची।
उसने रोहन के घर बारह उबले अंडे भेजे। कुछ दिन बाद उसने दस हज़ार रुपये का बिल भेजा। रोहन ने जब बिल देखा तो वह समझ गया कि बेकर उसका फायदा उठाना चाहता है।
रोहन ने बिल चुकाने से मना कर दिया। बेकर ने अदालत में रोहन की शिकायत की। सुनवाई के दिन रोहन देर से आया। सुनवाई शुरु हुई तो बेकर ने कहा-“जज साहब,
इसने मेरे साथ बेईमानी की। यह दस हजार रुपये का बिल नहीं चुका रहा। वह बारह अण्डे मुर्गियों में बदल गए होते। मैं बहुत अमीर बन सकता था।”
जज ने रोहन से पूछा कि वह देर से क्यों आया। रोहन ने कहा-“मैं उबले आलुओं की फसल काटने गया था।” जज ने कहा-“उबले आलू कब से उगने लगे?”
रोहन ने बताया-“जब से उबले अंडे में से मुर्गियाँ निकलने लगीं।” जज बकरी की चाल समझ गया और उसे जेल में डाल दिया।
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समझदार परी और बौना 2020 Stories In Hindi Comedy
बहुत पहले, परियों की रानी ने प्रीती परी और राजू बौने को दरबार में बुलाया। रानी ने उनसे कहा-“मेरी बहन यहाँ आने वाली है।
मुझे कहीं जाना है, इसलिए उसका स्वागत तुम्हें ही करना होगा। वह तुम्हें इंद्रधनुष के छोर पर मिलेगी। अब जाओ और जैसा मैंने कहा है करो।”
वे दोनों इंद्रधनुष के छोर पर पहुँच गए। राजू ने कहा- “हम रानी की बहन को कैसे पहचानेंगे?” प्रीती ने बताया-“बहुत कम लोग इंद्रधनुष के रास्ते से आते हैं।”
वह बहुत सुंदर होगी पर रानी से कम सुंदर होगी। प्रीती परी ने कहा, “हमने आधे घंटे से सिर्फ एक ड्रेगन ही देखा है।”
तभी एक बहुत सुंदर औरत इंद्रधनुष पर आई। प्रीती ने उसके पास जाकर उससे पूछा-“क्या आप रानी की बहन हो?” उसने कहा-” हाँ, मैं रानी की बहन हूँ।”
वे उसको महल में ले गए। उन्होंने इसका बहुत अच्छा स्वागत किया। रानी के वापस आने पर उनकी बहन ने उन दोनों की बहुत तारीफ की और उन्हें सुन्दर-सुन्दर उपहार भी दिये।
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चतुर जादूगर Comedy Stories In Hindi For Students
एक बार, एक चालाक और मज़ाकिया जादूगर था। वह राजा के महल के पास रहता था। एक दिन, राजा ने उसे बुलाया और कहा-
“मेरे पास तुम्हारे लिए एक काम है। मुझे लगता है कि हमारे ऐसे बहुत दुश्मन हैं, जो हमारे किले के पास से हम पर नज़र रखते हैं,
तो तुम्हें हमारे किले पर नज़र रखनी होगी और देखना होगा कि कौन अंदर या बाहर आ-जा रहा है। “जैसा आप कहें महाराजा”-जादूगर ने कहा।
परंतु असल में उसने सोचा कि राजा ने उसे थकाने वाला काम दिया है। एक दिन उसे एक उपाय सूझा। वह जादूगर था और भविष्य देख सकता था।
उसने देखा कि भविष्य में एक ऐसी दूरबीन बनेगी जिससे हम दूर-दूर तक देख सकेंगे। उसने जादू से एक ऐसी दूरबीन बनाई। अब उसके पास एक दूरबीन थी,
रात को भी काम आती थी। उसने एक सप्ताह तक बिना थके शहर पर नज़र रखी। अंत में उसने राजा को रिपोर्ट दिखाई। राजा अपराधियों को पहचान कर खुश हुआ और उसने जादूगर को इनाम में बहुत सारा धन दिया।
जादूगर खुशी-खुशी अपने घर की ओर चल दिया।
बहादुर औरत और क्रिस्टल With Women Comedy Stories In Hindi
बहुत समय पहले, जापान में एक जहाज एक कीमती क्रिस्टल ले जाते हुए डूब गया। वह कीमती क्रिस्टल राजा का उपहार था,
इसलिए राजा ने कई गोताखोर वह क्रिस्टल निकालने के लिए भेजे, लेकिन कोई भी उसे ढूंढ नहीं पाया। एक दिन एक औरत महल में आई और राजा से बोली-
“अगर आप मेरे बेटे को समुराई बनाने का वादा करें, तो मैं उस क्रिस्टल को ढूंढ लाऊँगी।” राजा बहुत हैरान हुआ परंतु उसने उस औरत को क्रिस्टल ढूंढने की आज्ञा दे दी।
उस बहादुर औरत ने रस्सी से अपने आपको बाँधकर गोता लगाया। नीचे, समुद्र में उसने एक ड्रेगन का महल देखा। क्रिस्टल समुद्र के देवताओं ने चुराया था।
उसने अपनी समझदारी और चालाकी से वह क्रिस्टल देवताओं के महल से चुरा लिया और तेज़ी से तैरने लगी। जब ड्रेगन उसे रोकने आया तो वह उससे भी बहादुरी से लड़ी और उसे हरा दिया।
अंत में, वह राजा के पास क्रिस्टल ले आयी। राजा ने भी अपना वादा निभाया और उसके बेटे को समुराई बना दिया।
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चालाक औरत और बर्तन Stories In Hindi Comedy
एक बार दो औरतें करीबी सहेलियाँ थीं। उनमें से एक बहुत चालाक थी। एक दिन चालाक औरत ने अपनी सहेली से एक बड़ा बर्तन मांगा।
उसने उसका उपयोग किया और उसे वापस लौटाया, लेकिन उस बर्तन के साथ उसने एक छोटा बर्तन भी दिया। उसकी सहेली ने पूछा-“बहन, यह क्या है?”
तब उसने कहा-“यह तुम्हारे बर्तन का बेटा है, जो कल रात पैदा हुआ था।” सहेली को थोड़ी हैरानी तो हुई लेकिन उसने खुशी से छोटा बर्तन ले लिया।
कुछ दिन बाद चालाक औरत ने फिर से वही बर्तन मांगा परंतु लौटाया नहीं। कई दिन बाद जब सहेली ने अपना बर्तन मांगा, तो वह बोली-“बहन, तुम्हारा बर्तन तो मर गया।”
सहेली को विश्वास नहीं हुआ। “बर्तन कैसे मर सकता है?” यह मामला गाँव के मुखिया के पास गया। तब चालाक औरत ने मुखिया से कहा-
“इसके बर्तन ने बेटे को जन्म दिया, वह इसने मान लिया। परंतु उस बर्तन के मरने का इसको विश्वास नहीं होता।” अब बर्तन वाली सहेली के पास बोलने के लिये कोई शब्द न था। अंत में मुखिया ने चालाक औरत के पक्ष में ही निर्णय दिया।
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