10 Lines Short Stories With Moral In Hindi:- Here I’m sharing the top ten 10 Lines Short Stories In Hindi With Moral For Kids which is very valuable and teaches your kids life lessons, which help your children to understand the people & world that’s why I’m sharing with you.
- दानव और भालू
- चालाक लोमड़ी
- रानी और बौना
- गधे ने गाया गाना
- जादूगर और चुड़ैल
- दो मित्र और भालू
- राजकुमार और सोना
- सच्चा मित्र
- जादुई जूते
- नीले सियार की कहानी
- किसान और बेल
- भेड़िया और सारस
- गरीब और स्वर्ग
- खरगोश और कछुआ
- बहादुर माईकल
- व्यापारी और गधा
- चालाक लोमड़ी
- घोड़ा और गधा
- मूर्ति और चिड़िया
- हौद में पड़ा कुत्ता
- दयालु किसान
- कुरूप पेड़
- आरती का हुनर
- बुरे कर्म का अच्छा फल
- आलसी किसान
- काम स्वयं करो
- झूठा डॉक्टर
- बेचारा हिरन
- दायित्व का निर्वाह
- प्रकृति का नियम
- राजा की बीमारी
- हर चमकदार वस्तु सोना नहीं होती
- पहलवान कछुआ
- दुनिया गोल है
यहां मैं बच्चों के लिए हिंदी में नैतिक के लिए शीर्ष कहानी साझा कर रहा हूं जो बहुत मूल्यवान हैं और अपने बच्चों को जीवन के सबक सिखाते हैं, जो आपके बच्चों को लोगों और दुनिया को समझने में मदद करते हैं इसलिए मैं आपके साथ हिंदी में नैतिक के लिए कहानी साझा कर रहा हूं।
दानव और भालू Short Story in Hindi for kids
एक गाँव में एक दयालु दानव रहता था। वह हमेशा लोगों की मदद किया करता था। एक दिन ऐसा हुआ कि दो ख़तरनाक भालुओं का जोड़ा उस गाँव में आ गया।
वे भालू एक घर में घुस गए और दहाड़ कर उस घर में रहने वाले परिवार को डराने लगे। बहुत लोग उस घर के पास एकत्र हो गए, परंतु उनमें से किसी में भी अंदर जाने का साहस नहीं था।
इतने में दानव उनका शोर सुनकर वहाँ आया। वह घर के अंदर गया तो भालुओं ने उस पर हमला कर दिया। दानव ने बड़े भालू को पकड़ा और उसे दूर आकाश में फेंक दिया।
फिर उसने दूसरे भालू को आकाश में उससे भी दूर फेंक दिया। दोनों भालू अलग हो गए। तब से वे एक-दूसरे से मिलने की कोशिश करते हैं। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने उन्हें ग्रेट बेयर और लिटल बेयर का नाम दिया है।
चालाक लोमड़ी Short Stories in Hindi
एक कौआ एक पेड़ की डाल पर रोटी का टुकड़ा अपनी चोंच में दबाए बैठा था। एक लोमड़ी वहाँ आई। कौए की रोटी छीनने के लिए उसने एक चाल चली।
उसने कौए का अभिवादन किया, लेकिन कौए ने उसका कोई जवाब नहीं दिया क्योंकि अगर वह मुंह खोलता तो रोटी का टुकड़ा नीचे गिर जाता।
तब लोमड़ी बोली, “तुम बहुत सुंदर लग रहे हो। तुम्हें तो सारे पक्षियों का राजा बना देना चाहिए। मुझे अपनी मधुर आवाज में एक गाना सुना दो।”
अपनी चापलूसी से प्रसन्न होकर कौआ स्वयं को रोक नहीं पाया और उसने जवाब दिया, “धन्यवाद!”
लेकिन जैसे ही उसने मुंह खोला, उसकी चोंच में दबा रोटी का टुकड़ा नीचे गिर पड़ा। चालाक लोमड़ी ने तुरंत वह टुकड़ा उठा लिया और भाग गई।
रानी और बौना Latest Short Story in Hindi
एक बार, एक किसान था जो कहता था-“मेरी बेटी भूसे से सोना बना सकती है।” राजा ने यह सुना तो उसने लड़की को भूसे से सोना बनाने को कहा। लड़की को सोना बनाना नहीं आता था।
वह रोने लगी। उसका रोना सुनकर एक बौना लड़की की मदद करने वहाँ आया। उसने सोना तो बना दिया परंतु बदले में उसका हार ले लिया।
राजा ने लड़की को और भूसा दे दिया। इस बार बौने ने सोने के बदले उससे उसका पहला बच्चा मांगा। लड़की के द्वारा भूसे से सोना बनाने से राजा बहुत प्रभावित हुआ और उसने लड़की से विवाह कर लिया।
एक साल बाद उनका बेटा पैदा हुआ। बौना बच्चे को लेने आया तो रानी ने बच्चे को देने से मना कर दिया। तब बौने ने कहा-“अगर तुम मेरा नाम बता दो तो मैं तुम्हारे बच्चे को छोड़ दूंगा।”
रानी ने उसके घर तक उसका पीछा किया। बौना घर जाकर गाना गाने लगा। गाने में उसने अपना नाम बता दिया। इसलिए जब बौने ने अपना नाम पूछा तो रानी ने झट से उसका नाम बता दिया। बौना वहाँ से चला गया। बौना फिर दुबारा कभी लड़की से नहीं मिला।
गधे ने गाया गाना Short Stories in Hindi
एक बार की बात है, एक बूढ़ा और कमजोर गधा था। एक बार रात में, गधे को एक सियार मिला। दोनों मित्र बन गए और साय-साथ खाने की तलाश में जाने लगे।
अगली रात को वे दोनों ककही के एक खेत में गए। वहाँ दोनों ने भरपेट ककड़ियाँ खाई। अब वे दोनों रोज़ रात को उस खेत में जाने लगे।
एक रात, गधे ने सियार से कहा, “मेरा गाना गाने का मन कर रहा है। सियार ने कहा, “अरे भैया, ऐसा मत में। इस खेत का मालिक तुम्हारी तेज आवाज जरूर सुन लेगा और लाठी लेकर यहाँ आ धमकेगा।
यह तो जानते ही हो न, कि हम यहाँ चोरी से आए हैं।” उधर, गधा अपने मित्र की बात सुनने को तैयार नहीं था। सियार ने खतरा समझकर वहाँ से भागने में ही भलाई समझी।
गधे की कर्कश आवाज सुनकर किसान वहाँ आ पहुँचा और अपने खेत में गधे को घुसा देखकर उसकी अच्छी पिटाई की।
जादूगर और चुड़ैल Amazing Short Story in Hindi
एक बार, एक जादूगर को एक नवजात शिशु झाड़ियों में पड़ा मिला। वह बच्चा चुडैल ने वहाँ छुपाया था। वह उसे खाना चाहती थी। जादूगर बच्चे को घर ले आया। उसकी बेटी सोफिया बच्चे को देखकर बहुत खुश हुई।
सोफिया भी जादू सीख रही थी। चुड़ैल को पता चल गया कि जादूगर उस बच्चे को अपने घर ले गया है। वह एक बुढ़िया बन कर जादूगर के पास आई, लेकिन सोफिया को उसकी असलियत पता चल गई।
वह बच्चे को लेकर वहाँ से भाग गई। चिड़िया के रूप में, चुडैल उनका पीछा करने लगी। तब सोफिया ने खुद को बतख में और बच्चे को तालाब में बदल दिया।
लेकिन चुडैल सच्चाई जान गई और चिड़िया बनकर तालाब का पानी पीने की कोशिश करने लगी। तब बतख बनी सोफिया ने चिड़िया बनी चुडैल को चोंच से पकड़कर तालाब में डुबो दिया। चुड़ैल मर गई और सोफिया बच्चे को लेकर सही सलामत घर पहुँच गई।
दो मित्र और भालू Short Stories in Hindi with Animals
एक दिन, दो बच्चों, सुजल और पीयूष ने जंगल जाने का निश्वय किया। दोनों मित्र ये और दोनों ले किसी भी संकट के समय एक-दूसरे की सहायता करने का वादा किया।
जंगल में, अचानक एक भालू उन पर झपट पड़ा। सुजल तो जल्दी से पास के ही एक पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन पीयूष को बचने का कोई रास्ता नही मिला क्योंकि उसे पेड़ पर चढ़ना नहीं आता था।
उसने मर जाने का बहाना किया और वहीं जमीन पर लेट गया। भालू गुरति हुए पीयूष के पास आया और उसके कान के पास कुछ फुसफुसाया। पीयूष साँस रोके पड़ा रहा।
कुछ देर गुशता हुआ वहाँ से चला गया। सुजल पेड़ से उतरकर नीचे आया और पीयूष से पूछने लगा, “भालू तुमसे क्या कह रहा था ?”
“भालू ने मुझसे कहा कि ऐसे स्वार्थी मित्रों से दूर रहना चाहिए, जो संकट के समय तुम्हें अकेला छोड़कर भाग जाते हो. प्यार जे जवाब दिया।
राजकुमार और सोना Awesome Short Stories in Hindi for Children
बहुत पहले, एक जंगल में एक जादूगरनी रहती थी। उसकी, सोना नाम की एक बहुत सुंदर भतीजी थी। एक बार उस राज्य का राजकुमार वहाँ आया और सोना से मिला। दोनों एक दूसरे को पसन्द करने लगे।
राजकुमार ने कहा- “मैं अपने माता-पिता को तुम्हारे बारे में बताऊँगा। फिर मैं तुमको उनके पास लेकर जाऊँगा।” सोना ने कहा-“तुम अपनी बहन को मत छूना, नहीं तो एक जादू के प्रभाव से तुम मुझे भूल जाओगे।”
राजकुमार, सोना की चेतावनी को भूल गया। उसने अपनी बहन का हाथ छू लिया और वह सोना को भूल गया। राजा ने राजकुमार के लिए एक राजकुमारी को चुन लिया और विवाह की तैयारी शुरु कर दी।
जब सोना को यह पता चला तो उसने महल में एक केक भेजा। जब केक काटा गया तो दो चिड़ियाँ वहाँ आई। एक चिड़िया ने दूसरी से कहा-“केक मत खाना वरना तुम मुझे वैसे ही भूल जाओगे जैसे राजकुमार सोना को भूल गया।”
इतना सुनते ही राजकुमार को सोना की याद आ गई। वह राजा के साथ जंगल में गया और सोना से मिला।
राजा दोनों को महल में ले आये और उन दोनों का विवाह कर दिया।
सच्चा मित्र Short Stories in Hindi on Friendships
बहुत समय पहले, एक पेड़ पर तोते का एक जोड़ा रहता था। उसी पेड़ पर एक बिल में एक बूढ़ा साँप रहता था। साँप वहुत कमजोर हो चुका था। वह अपने लिए शिकार की तलाश करने तक नहीं जा पाता था।
तोते उसके दिल के पास कुछ खाना रख देते थे। साँप उन तोतों का बहुत आभार जताया करता था। एक दिन, एक गिद्ध उन तोतों का शिकार करने के लिए उस पेड़ पर मंडराने लगा।
तभी एक बहेलिया वहाँ आया। उसने तीर से एक तोते पर निशाना लगाया। जब सांप को यह पता चला कि उसके मित्र संकट में हैं, तो उसके बहेलिए के पैर में काट लिया।
साँप के काटने से बहेलिए का हाथ हिल गया और उसका निशाना चूक गया। बहेलिये का तीर सीधे में डर रहे गिद्ध को जा लगा। साँप ने अपने मित्रों की जान बनाकर साबित कर दिया कि वह सच्चा मित्र है।
जादुई जूते Hindi Kids Story in Short
एक बार, सोम नाम का एक छोटा लड़का था। एक दिन वह एक जंगल में रास्ता भटक गया। वहाँ उसे एक बहुत सुंदर घर दिखा। वह घर एक दानव का था जो बच्चों को खा जाता था।
सोम उस घर के पास पहुँचा, तो दानव को उसकी खुशबू आ गई। वह अपनी पत्नी से बोला- “मुझे एक बच्चे की खुशबू आ रही है। मेरे जूते दो। मैं उसे ढूंढकर खा जाऊँगा।”
उसकी बात सुनते ही सोम वहाँ से भाग गया। जादूगर के जादुई जूते, एक ही कदम में पहाड़ और नदी पार कर सकते थे। लेकिन सोम चालाक था।
वह लगातार भागता रहा और एक छुपने की जगह पाकर उसमें जा छुपा। दानव उसे ढूंढकर थक गया और एक पेड़ के नीचे सो गया।
तभी सोम आया और उसने चुपके से दानव के जूते उतार लिए।
अब सोम एक ही कदम में नदी और पहाड़ पार कर सकता था। वह अपने घर सुरक्षित पहुँच गया।
बड़ा होकर वह राजा का संदेशवाहक बना।
नीले सियार की कहानी Short Stories in Hindi of Blue Fox
एक बार एक सियार एक धोबी के घर में घुस गया और कपड़ों को रंगने के लिए नीले रंग से भरे बड़े हौद में छिप गया। जब वह बाहर निकला तो वह पूरा नीला हो गया था!
जब सियार जंगल वापस आया तो सारे जानवर उसे देखकर डर गए। उन्हें समझ ही नहीं आया कि यह अजीब जानवर कौन-सा है।
सियार बोला, “डरने की कोई बात नहीं है। मुझे ईश्वर ने विशेष तौर पर बनाया है। उसने मुझे तुम लोगों का राजा बनाकर भेजा है।”
जंगल के सभी जानवरों ने उसे अपना राजा मान लिया। एक दिन, जब नीला सियार अपना दरबार लगाया बैठा था, तभी उसे कुछ और सियारों के हुआ हुआ चिल्लाने की आवाजें सुनाई दीं।
अपने साथियों की आवाजें सुनकर वह इतने जोश में आ गया कि वह भी जोर ज़ोर से हुआ-हुआ चिल्लाने लगा। सारे जानवर समझ गए कि उनका ये राजा कोई और नहीं, बल्कि सियार ही है।
वे सब बहुत नाराज हुए। उन सबने मिलकर सियार की अच्छी पिटाई की और उसे वहाँ से भगा दिया।
किसान और बेल Short Moral Story in Hindi
एक बार एक गरीब किसान था। उसकी झोंपड़ी के चारों ओर सुंदर पेड़, पौधे, फल और फूल लगे हुए थे और पास में ही एक जंगल भी था। एक दिन जंगल से बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी।
उस खुशबू का पीछा करते हुए वह एक पेड़ के पा पहुँचा। उस पेड़ पर एक सुंदर बेल लिपटी हुई थी। उसमें से खुशबू आ रही थी। किसान ने पेड़ से बेल निकाल ली।
बेल के निकलते ही एक लडकी प्रकट हुई और बोली-“मेरी बेल मुझे वापस कर दो। मैं एक परी हूँ और बेल के बिना मैं अपनी बहनों से नहीं मिल सकती।”
किसान ने कहा-“पहले साबित करो कि तुम एक परी हो। मुझे नाच कर दिखाओ जैसे परियाँ नाचती हैं।” तब वह लड़की नाचने लगी और बेल हवा में उड़ने लगी।
उसमें से फूल झड़ने लगे। अंत में किसान ने परी को बेल दे दी। अब किसान को प्रकृति का सुंदरता और भी अच्छी लगने लगी थी। परी ने किसान को धन्यवाद किया और उपहार में किसान को बेल के सुन्दर फूल दे दिये।
भेड़िया और सारस Short Stories in Hindi of Bird and Animal
एक दिन, एक भेडिए को जंगल में बैल का गोश्त पड़ा मिला। उसने ललचाकर जल्दी से गोश्त खाना शुरू कर दिया। हड्डी का एक टुकड़ा उसके गले फंस गया।
उसे साँस लेने तक में मुश्किल होने लगी। भेड़िए को याद आया कि पास ही एक सारस रहता है। भेड़िया सारस के पास गया और उससे सहायता मांगने लगा।
भेडिए ने सारस को इनाम देने का भी वादा किया। सारस को भी उस पर दया आ गई। वह भेडिए की सहायता करने को तैयार हो गया।
देखिए जो अपना मुँह पूरा खोल दिया और सारस को आसानी से उसके गले में फैंसी हड्डी अपनी लंबी चोंच से बाहर निकाल दी।
इसके बाद सारस ने भेड़िए को उसका वादा याद दिलाते हुए उससे अपना नाम मीणा। “कैसा इनाम ?” भेड़िया मुकर गया। “जब तुमने अपनी चोंच मेरे मुँह में डाली थी,
तब मैं चाहता तो तुम्हें तभी खा जाता! तुम्हें तो मेरा आभारी होना चाहिए कि मैंने तुम्हें जिंदा छोड़ दिया।” सारस कोई जवाब देता, उसके पहले ही स्वार्थी भेडिया वहाँ से भाग चुका था।
गरीब और स्वर्ग Stories in Hindi for Kids
एक बार, एक गरीब आदमी और एक अमीर आदमी दोनों साथ-साथ स्वर्ग पहुँचे। भगवान के पहरेदारों ने गरीब आदमी को आते हुए नहीं देखा। इसलिए उन्होंने केवल अमीर आदमी को ही अंदर आने दिया।
उस गरीब आदमी को उनके इस व्यवहार पर दुख हुआ। बाद में, उसे भी अंदर आने दिया गया लेकिन ऐसा लगता था कि सभी उसे अनदेखा कर रहे थे। दूसरी तरफ अमीर आदमी का खास ध्यान रखा जा रहा था।
फरिश्तों का उसके प्रति अच्छा व्यवहार देखकर, गरीब आदमी ने उनसे कहा-“मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि गरीबों को यहाँ भी कोई नहीं पूछता।” फरिश्ते मुस्कराते हुए बोले “तुम्हें भी यहाँ वही खुशी और आनंद मिलेगा, जो उस अमीर आदमी को मिल रहा है।
असल में यहाँ गरीब लोग तो बहुत आते हैं, परंतु अमीर बहुत ही कम आ पाते हैं। ठीक से कहा जाए तो सौ सालों में एक “
खरगोश और कछुआ Famous Short Stories in Hindi
एक घमंडी खरगोश एक कछुए को हमेशा मजाक उड़ाता रहता था। “तुम कितना धीरे चलते हो!” वह कहता।
जन कठुआ अपना अपमान नहीं सह पाया तो उसने खरगोश को दौड़ लगाने की चुनौती दे डाली। खरगोश जोर-जोर से हँसने लगा,
“तुम मजाक कर रहे हो! ठीक है, कल सुबह, हम दोनों पहाड़ी के दूसरी ओर जाएंगे और देखते हैं कौन पहले पहुँचता है।” अगले दिन, सुबह-सुबह, दोनों ने अपनी दौड़ शुरू की।
खरगोश तेजी से दौड़ा और काफी आगे जाने के बाद उसने पीछे मुड़कर कछुए को देखा। कछुआ बहुत पीछे छूट चुका या। उसने कुछ देर वही आराम करने का निश्चय किया।
इस बीच, कठुआ धीरे-धीरे लेकिन बिना रुके चलता रहा। जब खरगोश की आँखें खुली तो कछुए की दौड़ पूरी होने ही वाली थी।
खरगोश ने पूरी जान लगाकर तेज दौड़ने की कोशिश की लेकिन उसके पहुंचने से पहले ही कछुए ने अपनी दौड़ पूरी कर ली और जीत गया!
अब खरगोश को अपनी गलती का अहसास हुआ। धीरे लेकिन लगातार चलने वाले की ही जीत होती है!
बहादुर माईकल Short Stories in Hindi for Students
रूस के राजा के पास माईकल नाम का एक बहादुर सैनिक था। उसने सारी उम्र राजा की नौकरी की, परंतु अब वह बूढ़ा हो गया था। तब भी, राजा ने अपने विवाह के लिए उसे पड़ोस के राज्य की राजकुमारी को लाने का काम सौंपा।
सभी बाधाओं से लड़ते हुए उसने अपना काम पूरा किया। लेकिन राजकुमारी राजा से विवाह नहीं करना चाहती थी क्योंकि वह एक स्वार्थी एवं दुष्ट राजा था।
उसने राजा से कहा-“तुम अगर मुझे यहाँ लाने वाले को मौत दो, तो मैं तुम से विवाह कर लूंगी।” बेईमान राजा ने माईकल को उबलते हुए तेल में डालकर मार देने का आदेश दिया।
बहादुर माईकल ने उबलते हुए तेल में कदम रखा ही था कि तभी एक चमत्कार हो गया। वह उबलते हुए तेल में मरा नहीं बल्कि जवान हो गया।
व्यापारी और गधा Short Stories in Hindi of a Donkey
एक व्यापारी नमक से भरी बोरियां पास के शहर ले जाया करता था। वह बोरियां गधे की पीठ पर लादकर ले जाता था। एक दिन एक तालाब पार करते समय गधे का पैर फिसल गया।
व्यापारी ने उसे उठाया। गधे को एकाएक काफी आराम मिला। उसकी पीठ पर लदा ज्यादातर नमक पानी में घुल चुका था और उसका बोझा काफी कम हो गया था।
वह बहुत प्रसन्न हुआ। अब, गधा प्रतिदिन जान-बूझकर तालाब में फिसल जाता। कुछ दिनों में व्यापारी गधे की चालाकी समझ गया। उसने गधे को सबक सिखाने का निश्वय किया। अ
गले दिन, व्यापारी ने गधे पर नमक की जगह रुई के घर लाद दिए। जब गधा पानी में गिरा तो रुई भीगकर बहुत भारी हो गई!
गधे से अब बोझ के मारे उठना मुश्किल हो रहा था! “हाँ! अब तुम मेरे साथ कभी चालाकी नहीं करोगे.” व्यापारी हँसा और अपने गधे को लेते हुए आगे चल पड़ा।
चालाक लोमड़ी Animal Short Stories in Hindi
एक लोमड़ी दुष्ट भेड़िये के लिए काम करती थी। वह भेड़िया उसे डराकर कहता-“मेरे लिए खाना लाओ वरना मैं तुम्हें खा जाऊँगा।” बेचारी लोमड़ी को उसके लिए ‘कुछ न कुछ लाना ही पड़ता।
एक दिन वह भेड़िये के लिए एक बकरी का बच्चा और एक केक लायी। परन्तु भेड़िये ने उसे उसमें से एक टुकड़ा भी न दिया। एक दिन उसने एक गोदाम देखा जिसमें बहुत सी खाने की चीजें, मांस, पनीर, केक आदि रखा हुआ था।
लोमड़ी और भेड़िये दोनों ही एक छेद से उस गोदाम में घुस गए। लोमड़ी उसी छेद में बैठकर खाने लगी। भेड़िया बहुत लालची था। वह सब कुछ ढूंस-ठूस कर खाने लगा। वह लोमड़ी से बोला-“मैं यहाँ रखा सब कुछ खा सकता हूँ।”
खाते-खाते उसका पेट मोटा हो गया। अचानक उस गोदाम का मालिक शोर सुनकर आ गया।
लोमड़ी झट छेद से निकल भागी। भेड़िया मोटे पेट के कारण उस छेद से नहीं निकल पाया और गोदाम के मालिक ने उसको खूब पीटा।
घोड़ा और गधा Short Stories in Hindi with Moral
एक धोबी के पास एक घोड़ा और एक गधा था। एक दिन, धोबी जे कपड़ों की भारी पोटली गधे की पीठ पर लाद दी। घोड़े के ऊपर कुछ नहीं लादा।
गधे के ऊपर लदा बोझा काफी भारी या उसने घोड़े से अनुरोध किया, “भाई! मैं इस बोझ के मारे मरा जा रहा हूँ। कुछ बोझा अपने ऊपर ले लो।
घोड़े ने साफ इंकार कर दिया, “मैं क्यों तुम्हारा बोझा लाू? घोड़े तो सवारी के लिए होते हैं, बोझा ढोने के लिए नहीं।” गधा चलता रहा।
कुछ देर बाद गधा बोझा नहीं सह पाया और गिर पड़ा। अब धोबी को अपनी गलती समझ में आई। उसने गधे को पानी पिलाया और सारा बौा घोड़े के ऊपर लाद दिया।
अब घोड़ा पछताने लगा। वह सोचने लगा, “अगर मैंने गधे की बात मानकर उसका आधा बोझा अपनी पीठ पर ले लिया होता. तो मुझे पूरा बोझा लादकर बाज़ार तक इस तरह नहीं जाना पड़ता!”
मूर्ति और चिड़िया Best Short Stories in Hindi
बहुत साल पहले, एक ऊँचे चबूतरे पर एक राजकुमार की मूर्ति थी। वह मूर्ति कई कीमती पत्थरों से सजाई गई थी। एक दिन एक चिड़िया उसके नीचे आराम करने के लिए बैठी।
अचानक, उसने मूर्ति को रोते हुए सुना। मूर्ति ने कहा-“मैं अब मर चुका हूँ, पर मेरा दिल जो अब धातु का बना है, लोगों के दुखों को नहीं देख सकता।”
तुम मुझमें लगे इन कीमती पत्थरों और धातुओं को उखाड़ कर ले जाओ और गरीबों में बांट दो। शुरु में चिड़िया नहीं मानी, परंतु धीरे-धीरे उसने सभी कीमती पत्थर ले जाकर बाँट दिए।
अब मूर्ति में कोई भी सजावट नहीं थी। सर्दी में चिड़िया ठंड के कारण मर गई। शहर के मेयर ने मूर्ति और चिड़िया को वहाँ से हटाने के आदेश दिए।
मूर्ति को भट्ठी में डाला गया और उसका दिल कूड़े में फेंक दिया गया। उसी समय, एक देवदूत वहाँ पर आया। वह दोनों की आत्माओं को स्वर्ग में। ले गया क्योंकि वह दोनों ही उदार थे।
हौद में पड़ा कुत्ता Short Stories in Hindi with a Dog
एक बाड़े में एक कुत्ता रहता था। वह हमेशा घोड़ों का चारा रखने की हौद में मुलायम सूखी घास पर सोता रहता था।
वैसे कुत्ते का भोजन तो बाड़े के बाहर अहाते में रखा जाता था लेकिन स्वार्थी कुता उसी हौद में पड़ा रहता था।
इतना ही नहीं, जब घोड़े खाना खाने आते, तो वह उन पर भौंकने भी लगता। जवारे घोड़े अपना खाना तक नहीं खा पाते थे!
वे कुत्ते को बताया कि किसान के अहाते में उसके लिए हड्डियां रखी हैं, लेकिन कुत्ता हौद से बाहर निकलने को तैयार ही नहीं होता था।
“कितना स्वार्थी कुत्ता है!” घोड़ों ने आपस में कहा। “वह जानता है कि वह घास नहीं खा सकता लेकिन यह तो हमें भी कुछ खाने नहीं देता। वह हमें तो परेशानी में होता ही है, वह खुद भी परेशानी में पड़ेगा!”
दयालु किसान Ten 10 Lines Short Stories in Hindi
एक बार, एक किसान अपनी पत्नी के साथ रहता था। एक दिन उसे एक घायल चिड़िया मिली। वह उसे घर ले आया लेकिन उसकी पत्नी को यह अच्छा नहीं लगा क्योंकि उसकी पत्नी हमेशा किसान से लड़ती रहती थी।
किसान की अच्छी देखभाल से चिड़िया ठीक हो गई। एक दिन जब किसान घर में नहीं था, तब वह चिड़िया उड़ गई। वह नहीं चाहती थी कि किसान की पत्नी और गुस्सा हो।
वह अपने घोंसले में पहुँची और उसने अपने दोस्तों को किसान और उसकी पत्नी के बारे में बताया। जब किसान अपने घर पहुंचा, तो चिड़िया को वहाँ न पाकर उसे ढूंढने निकला।
बहुत कोशिश करने पर उसने चिड़िया का घोंसला ढूंढ लिया। चिड़िया के दोस्तों ने किसान को एक बक्सा दिया। उसने बक्सा खोला तो उसमें से अनमोल पत्थर निकले।
यह देखकर किसान की पत्नी भी इस लालच में घोंसले के पास गई कि उसे भी कुछ अनमोल चीज़ मिल जायेगी लेकिन चिड़ियों ने उसे बिच्छुओं से भरा बक्सा दिया। बिच्छुओं ने उसे काट लिया और वह मर गई। किसान ने चिड़ियों के घोंसले के पास ही अपना घर बना लिया।
कुरूप पेड़ Short Stories in Hindi of a Tree
बहुत समय पहले, एक जंगल में बहुत सारे सीधे तने हुए, सुंदर-सुंदर पेड़ थे। उसी जंगल में एक पेड़ अलग-थलग सा था।
उसका तना झुका हुआ और टेढ़ा-मेढ़ा था उसकी डालियाँ भी टेढ़ी-मेढ़ी थी। अपनी इस हालत की वजह से वह पेड़ काफी उदास रहता था।
जब भी वह दूसरे पेड़ों की ओर देखता, तो आह भरने लगता, “काश, मैं भी बाकी पेड़ों की तरह सुंदर होता। भगवान ने मेरे साथ बड़ा अन्याय किया है।”
एक दिन, एक लकड़हारा उस जंगल में आया। उसकी निगाह उस टेढ़े-मेढ़े पेड़ पर पड़ी। वह तिरस्कार भरे स्वर में बोला, ये टेढा-मेढ़ा पेड़ मेरे किस काम का!”
और तब उसने बाकी सारे सीधे और सुंदर पेड़ों को काट डाला। तब उस टेढ़े-मेट्रे पेड़ को समझ में आया कि भगवान ने उसे टेढ़ा-मेढ़ा और कुरूप बनाकर उसके साथ कितना अच्छा किया क्योंकि उसके इसी आकार की वजह से ही उसकी जान बच पाई।
आरती का हुनर Short Stories With Moral In Hindi
आरती एक सुंदर, अनाथ लड़की थी। वह सिलाई और बुनाई में बहुत अच्छी थी। वह एक बूढ़ी औरत के घर में काम करती थी। एक दिन आरती ने उस बूढ़ी औरत से थोड़ी रूई मांगी।
रूई से उसने बढ़िया धागे बनाए। फिर उन धागों को बुनकर उसने एक मुलायम कपड़ा बनाया। उसने औरत से कहा-“इससे बाज़ार में बेच दो और पैसे भी रख लो।”
लेकिन उस भली औरत ने कहा-“मैं इसे राजा को दूंगी।” उसने राजा को वह कपड़ा दिया। राजा कपड़े से बहुत प्रभावित हुआ। उसने मंत्री से एक दर्जी भेजने को कहा, लेकिन सभी दर्जी उस बढ़िया कपड़े को हाथ लगाने से भी डर रहे थे।
अब राजा ने उसी औरत को बुलाया और उसे ही कपड़े से अपने लिए एक कमीज़ बनाने के लिए कहा। उस औरत ने राजा को कमीज़ सिलने का काम आरती को दिया।
तब आरती ने राजा के लिए एक सुंदर कमीज़ बनाई। इस बार औरत आरती को भी अपने साथ ले गई। राजा उसकी सुंदरता और हुनर से बहुत प्रभावित हुआ और उसने आरती से विवाह कर लिया।
बुरे कर्म का अच्छा फल Moral Stories in Hindi for Children
उत्तर दिशा में मधुपुर नाम का एक नगर था। उसमें मधुसेन नाम का एक राजा राज करता था। उस राजा के एक विकृत शरीर की कन्या पैदा हुई। कन्या के तीन स्तन थे।
कन्या को अशुभ मानकर राजा ने अपने सेवकों से कहा-‘इस कन्या को किसी बीहड़ वन में ले जाकर छोड़ आओ। ध्यान रहे कि इस बात की खबर किसी को न लगे।’
यह सुनकर एक सेवक ने राजा को समझाने का प्रयास किया-‘राजन ! ऐसा कार्य करने से पहले यदि आप विद्वान ब्राह्मणों से परामर्श ले लें तो उचित रहेगा।
बिना किसी से परामर्श लिए कोई काम नहीं करना चाहिए। एक ब्राह्मण को भी एक राक्षस ने पकड़ लिया था, किंतु उससे ही पूछ लेने के कारण ब्राह्मण की मुक्ति हो गई थी।
आलसी किसान 10 Lines Short Stories With Moral In Hindi
एक गाँव में एक किसान रहता था। वह प्रतिदिन अपनी घोड़ागाड़ी लेकर शहर जाता था। एक दिन बारिश होने के कारण सड़क पर कीचड़ जमी हुई थी।
इसलिए जब वह अपनी घोड़ागाड़ी लेकर जा रहा था तो थोड़ी दूर जाते ही उसकी घोड़ा गाड़ी कीचड़ में फँस गई। घोड़ों को पीटते हुए वह जोर से चिल्लाना, “सुस्त घोड़ों! जोर लगाकर खींचो।”
काफी देर तक वह घोड़ों को पीटता रहा, पर गाड़ी के पहिए कीचड़ में बुरी तरह धँसे हुए थे। जब काफी देर तक घोड़ा गाड़ी के पहिए मिट्टी से नहीं निकले तो वह उतर कर नीचे आया और भगवान को याद करके बोला,
“हे भगवान! मेरी मदद करो। मैं मुसीबत में हूँ।” किसान की पुकार सुनकर भगवान प्रकट हुए और उन्होंने किसान से पूछा, “क्या तुमने स्वयं गाड़ी को मिट्टी से निकालने की कोशिश की?”
किसान ने ‘न’ में सिर हिलाया तो भगवान बोले, “दोनों हाथों से पहिए को पकड़ो और जोर लगाकर बाहर खींचो।”
किसान ने वैसा ही किया और पहिया कीचड़ से बाहर निकल आया। किसान खुश होकर घोड़ा गाड़ी में जा बैठा।
10 Lines Short Stories With Moral In Hindi शिक्षा: भगवान उसी की मदद करते हैं जो स्वयं अपनी मदद करते हैं।
काम स्वयं करो In Hindi 10 Lines Short Stories With Moral
एक चिड़िया ने अपने बच्चों के साथ ज्वार के खेत में घोंसला बनाया हुआ था। फसल पककर तैयार हो गई थी। एक दिन किसान अपने बेटों के साथ उस खेत पर गया और बोला,
“कल मैं पड़ोसियों को बुलाकर फसल काटने के लिए कहूंगा।” चिड़िया के बच्चों ने यह सुना तो सहम गए। चिड़िया बोली, “डरो मत! हमारा घोंसला सुरक्षित है, क्योंकि किसान कल फसल काटने नहीं आएगा।”
अगले दिन किसान पड़ोसियों के न पहुँचने पर यह कहते हुए लौट गया कि कल हम अपने रिश्तेदारों को लेकर आएंगे। चिड़िया के बच्चों ने माँ के लौटने पर उसे पूरी बात बताते हुए कहा, “अब हमें यहाँ से कहीं और चले जाना चाहिए।” चिड़िया बोली,”चिंता मत करो। कल भी किसान फसल काटने नहीं आएगा।” अगले दिन किसान खेत में आया तो देखा कि उसका कोई भी रिश्तेदार वहाँ नहीं पहुंचा था,
तब वह अपने बेटों से बोला, “हमें अब पड़ोसियों और रिश्तेदारों के भरोसे नहीं रहना है। कल हम स्वयं आकर फसल काटेंगे।” यह कहकर किसान लौट गया। चिड़िया बोली,”कल किसान फसल काटने जरूर आएगा,
इसलिए हमें आज ही अपने लिए कोई सुरक्षित जगह तलाशनी होगी।” और किसान के लौटने से पहले ही चिड़िया अपने बच्चों को लेकर चली गई।
In Hindi 10 Lines Short Stories With Moral शिक्षा: अपना काम स्वयं करो।
झूठा डॉक्टर With Moral In Hindi 10 Lines Short Stories
एक बार एक मेंढक ने तालाब को छोड़कर एक झील में अपना नया घर बनाया। वह झील एक जंगल के बीचोंबीच स्थित थी। वहाँ उसे कोई दिखाई नहीं दिया। चूकि वह अपने नए दोस्त बनाना चाहता था।
इसलिए वह एक बड़े से पत्थर पर चढ़कर बोला, “दोस्तो, मैं यहाँ पर नया हूँ। मैं आप सबसे मिलना चाहता हूँ और आप लोगों का दोस्त बनना चाहता हूँ।उसकी आवाज सुनकर अधिकतर जानवर जैसे- बकरी, घोड़ा, लोमड़ी,
खरगोश, मोर और हाथी इत्यादि झील के पास आ गए। तब मेंढक उनसे बोला, “हैलो दोस्तो! मैं डॉ० फ्रॉगी, एक डॉक्टर हूँ और आप लोगों की बीमारियों का इलाज कर सकता हूँ। मैं सभी जानवरों के लिए दवाइयाँ लेकर आया हूँ।
आप सभी अपनी बीमारियों के इलाज के लिए किसी भी समय मेरे पास आ सकते है।” यह सुनकर वहाँ खड़ी चालाक लोमड़ी बोली,
“यदि तुम सबका इलाज कर सकते हो तो फिर अपने लंगड़े पैरों का इलाज क्यों नहीं करते हो जिसकी वजह से तुम हर समय चारों ओर फुदकते रहते हो।” ये सुनकर सभी जानवर हँसने लगे। मेंढक इस तरह बोल अपने झूठ पर शर्मिंदा रह गया।
बेचारा हिरन 10 Lines Short Stories With Moral In Hindi
एक बार जंगल के राजा शेर ने एक सियार को अपना मंत्री बनाया। सियार जहाँ कहीं भी शिकार देखता, तुरंत शेर को खबर देता। शेर उसे मारता, खाता और जानवर के शरीर का कुछ हिस्सा सियार के लिए छोड़ देता।
एक दिन शेर बीमार पड़ गया। ऐसी हालत में वह शिकार नहीं कर सकता था। इसलिए वह सियार से बोला, ‘ बीमार और भूखा हूँ। मेरे लिए कुछ भोजन की व्यवस्था करो।” सियार शिकार की खोज में चल दिया।
बहुत खोजने के बाद उसे एक हिरन दिखाई दिया। वह उसके पास जाकर बोला, “हिरन, भाई ! शेर तुम्हें अपना मंत्री बनाना चाहता है। इसलिए तुम मेरे साथ चलो।” हिरन उत्सुकतापूर्वक बोला, “क्या तुम सच कह रहे हो? जंगल का राजा मुझे अपना मंत्री बनाना चाहता है! ये तो मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है।
चलो, चलो, अभी महाराज से मिलने चलते हैं।” सियार हिरन को शेर की माँद में लेकर गया। हिरन को देखते ही शेर ने झपट्टा मारकर उसे मार दिया।
फिर शेर और सियार ने स्वादिष्ट भोजन का खूब आनंद लिया। बेचारा हिरन भूल गया था कि लालच का फल बुरा होता है।
दायित्व का निर्वाह New 10 Lines Short Stories With Moral In Hindi
सभी विद्यार्थी पिकनिक पर जाने के लिए उत्सुक थे। अध्यापिका ने अर्जुन को मॉनिटर बनाते हुए कहा, “अर्जुन, सभी विद्यार्थियों की गतिविधियों पर निगाह रखना। कोई भी विद्यार्थी बस की खिडकी से अपना हाथ या सिर बाहर न निकाले।
और हाँ. पिकनिक से लौटने से पहले विद्यार्थियों की संख्या अवश्य गिन लेना।” अर्जुन बोला, “जी मैडम, आपने जैसा कहा है, मैं वैसा ही करूँगा। और आपको शिकायत का कोई मौका नहीं दूंगा।” सभी बच्चे पिकनिक पर गए।
उन्होंने पिकनिक में खूब मजे किए। फिर सब लोग घर वापस आने के लिए बस में बैठ गए। तभी अध्यापिका ने देखा अर्जुन अपना सिर बस से निकालकर बाहर झाँक रहा है।
अध्यापिका को बड़ा गुस्सा आया और वह उसे डांटते हुए बोली, “अर्जुन, तुम दायित्व उठाने के लायक नहीं हो, मैंने तुम्हें जिम्मेदारी देकर मॉनिटर बनाया और तुमने नियमों को स्वयं ही तोड़ दिया। तुम्हें शर्म आनी चाहिए।”
अर्जुन अपना सिर झुकाकर बोला, “मैडम, मुझे माफ कर दीजिए। लेकिन मैं तो आपके ही आदेश का पालन कर रहा था। मैं यह देख रहा था कि कहीं कोई विद्यार्थी पीछे तो नहीं छूट गया।”
अध्यापिका उसकी बात सुनकर अत्यधिक प्रसन्न हुईं और समझ गई कि अर्जुन एक अच्छा एवं जिम्मेदार मॉनिटर है।
प्रकृति का नियम Latest In Hindi 10 Lines Short Stories With Moral
एक कुम्हार था। वह बहुत ही खूबसूरत बर्तन बनाता था। उसका बर्तनों का व्यवसाय बड़ा अच्छा चल रहा था। लेकिन कभी-कभी लोग बर्तनों के आसानी से टूटने की शिकायत करते थे।
इसलिए उसने देवी माँ से प्रार्थना करते हुए कहा, “हे देवी! कृपा करके मेरे बर्तनों को न टूटने वाला बना दीजिए। मैं ग्राहकों की शिकायत सुनते-सुनते परेशान हो चुका हूँ।”
देवी माँ प्रकट होकर उसे आशीर्वाद देते हुए बोली, “पुत्र, जैसी तुम्हारी इच्छा।” और इतना कहकर वे अंतर्धान हो गईं। अब कुम्हार के सभी बर्तन न टूटने वाले हो गए। अब कोई भी ग्राहक उसके पास शिकायत लेकर नहीं आता था।
लेकिन ग्राहकों ने अब कुम्हार से बर्तन खरीदने कम कर दिए थे, क्योंकि उनके पुराने बर्तन टूटते ही नहीं थे। अब वह कुम्हार एक बार फिर देवी से प्रार्थना करते हुए बोला “हे देवी, कृपा करके मेरे बर्तन पहले जैसे ही बना दीजिए,
अब मैं कभी प्रकृति के विरुद्ध नहीं जाऊँगा।” देवी ने उसकी इच्छा पूर्ण कर दी। अब एक बार फिर कुम्हार का व्यवसाय खूब फलने-फूलने लगा।
राजा की बीमारी Amazing 10 Lines Short Stories With Moral In Hindi
एक आलसी राजा था। वह कोई भी शारीरिक क्रिया नहीं करता था। परिणामस्वरूप वह बीमार पड़ गया। उसने राजवैद्य को बुलाया और कहा, “मुझे शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ के लिए कुछ औषधियाँ दे दीजिए।”
वैद्य जानता था कि राजा की बीमारी का कारण उसका आलसीपन है। इसलिए वैद्य ने उसे दो वजनी डम्बल देते हुए कहा, “महाराज, यदि आप इन जादुई डम्बलों को प्रतिदिन एक-एक घंटा सुबह-शाम इस प्रकार घुमाएँगे तो जल्दी ही आपको स्वास्थ्य लाभ होगा।”
यह कहते हुए वैद्य ने उन्हें घुमाने की विधि बता दी। राजा ने वैसा करना शुरू किया। राजा नहीं जानता था कि वैद्य ने इस प्रकार उसे एक व्यायाम बताया है। कुछ ही दिनों में उसका शरीर तंदुरुस्त हो गया।
उसने वैद्य का शुक्रिया अदा करते हुए उससे इलाज का रहस्य पूछा। वैद्य बोला, “महाराज, ये कमाल तो इन जादुई डम्बलों का है।
आप जिस दिन इन डम्बलों को उठाना छोड़ देंगे, उसी दिन से पुनः बीमार पड़ जाएंगे। इस प्रकार वैद्य ने राजा को नाराज किए बगैर स्वस्थ रहने का सही तरीका बता दिया था।
हर चमकदार वस्तु सोना नहीं होती With Moral 10 Lines Short Stories In Hindi
एक दिन महेश अपने घर के बाहर एक छोटी-सी पहाड़ी पर बैठा हुआ था। अचानक उसे कुछ दूरी पर कोई चमकती हुई वस्तु दिखाई दी। उसने ध्यानपूर्वक देखा तो वह एक घर था। वह बोला,
“अरे वाह! यह तो सोने का घर है।” महेश तेजी से उस घर को देखने के लिए भागा। वह अत्यधिक तेजी से दौड़ रहा था, ताकि वह जल्दी-से-जल्दी उस घर तक पहुँच सके।
जब वह वहाँ पहुँचा तो उसने पाया कि वह तो एक पुराना घर है। उस पर सूर्य की किरणें पड़ने के कारण वह स्वर्णिम लग रहा था। जब वह फिर पहाड़ी पर पहुँचा तो उसने देखा कि उसका घर भी उसी तरह चमक रहा था।
उसके घर की छत पर पड़े कुछ काँच के टुकड़े सूर्य की रोशनी पड़ने के कारण चमक रहे थे और सोने का सा आभास दे रहे थे। तब महेश हँसते हुए बोला,”अब समझ में आया कि प्रत्येक चमकने वाली वस्तु सोना नहीं होती।”
पहलवान कछुआ Short Stories In Hindi With Moral Of 10 Lines
एक कछुआ कुश्ती सीखना चाहता था। कुश्ती सीखने के लिए वह खरगोश के पास गया और बोला, “प्रिय मित्र! तुम कुश्ती के उस्ताद हो। तुम्हें कोई नहीं हरा सकता। मेरी इच्छा है कि मैं तुमसे कुश्ती सीखे।”
खरगोश उसे कुश्ती सिखाने के लिए तैयार हो गया। कुछ ही दिनों में कछुआ कुश्ती की कला में निपुण हो गया। एक दिन एक हिरन ने उसे छेड़ना शुरू किया तो कछुए ने अपना आपा खो दिया। जल्दी ही उन दोनों में लड़ाई होने लगी।
पहलवान कछुए ने हिरन को हरा दिया। हिरन को कुछ चोटें भी आईं। इस घटना के बारे में सुनकर अन्य दूसरे जानवर कछुए से डरने लगे। अब कछुए को अपनी शक्ति का अत्यधिक घमंड हो गया।
उसने अब खुद ही निर्दोष जानवरों को छेड़ना एवं परेशान करना शुरू कर दिया। वह यह भूल गया था कि खरगोश उसका शिक्षक है। खरगोश को जब इस बात की खबर लगी तो उसने उसका घमंड तोड़ने का निश्चय किया।
उसने कछुए से कुश्ती लड़ने का आग्रह किया और उसे हरा दिया। हारने से कछुए का घमंड चूर-चूर हो गया और वह सुधर गया।
दुनिया गोल है 10 Lines Short Stories With Moral In Hindi
एक दिन एक पंडित नदी किनारे टहल रहा था। तभी असावधानीवश उसकी एक चप्पल नदी में गिर गई। उसने दूसरी चप्पल को भी अनुपयोगी मानकर नदी में फेंक दिया। वहाँ से कुछ आगे एक आदमी नदी में स्नान कर रहा था।
उसने चप्पल को देखा तो उसे उठाकर नदी के किनारे फेंक दिया। दुर्भाग्यवश वह चप्पल एक औरत के सिर पर रखे मटके पर जा लगी। मटका फूट गया और पानी जमीन पर फैल गया।
अचानक एक बाज नीचे उतरा और उस चप्पल को लेकर उड़ गया। जब वह आकाश में उड़ रहा था, वह चप्पल उसकी चोंच से छूटकर एक आदमी के खाने की थाली में गिर पड़ी।
गुस्से में उसने चप्पल उठाकर फेंकी तो वह एक गाय के सींग में अटक गई। जब दूध वाला गाय का दूध निकाल रहा था, उसने उसके सींग पर वह चप्पल लटकी हुई देखी।
उसने चप्पल को उठाकर नजदीक के ही घर में फेंक दिया। यह घर उसी पंडित का था। चप्पल पंडित को ही आकर लगी। वह सोचने लगा, ‘मेरी चप्पल मेरे पास वापस आ गई। किसी ने सत्य ही कहा है कि दुनिया गोल है।’
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